राजस्थान शिक्षा विभाग ने जारी किया नया फरमान! अब सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी बनेंगे पुलिस कैडेट्स

Rajasthan: राजस्थान सरकार ने राज्य के सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों के लिए स्टूडेंट पुलिस कैडेट (एसपीसी) योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत प्रदेशभर के 548 विद्यालयों के लगभग 25,000 विद्यार्थियों को पुलिस प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इस पहल का उद्देश्य विद्यार्थियों में शारीरिक ताकत, मानसिक दृढ़ता और समाजिक जिम्मेदारी का विकास करना है।
एसपीसी योजना के लाभ
विद्यार्थियों का शारीरिक प्रशिक्षण उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाएगा। विद्यार्थियों को कानून और न्यायिक प्रक्रिया से अवगत कराना ताकि वे जिम्मेदार नागरिक बन सकें।सड़क सुरक्षा, यातायात नियंत्रण और आपदा प्रबंधन के कार्यों की जानकारी मिलेगी।कन्या भ्रूण हत्या, बाल विवाह, दहेज प्रथा, और बाल मजदूरी जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता लाना। विद्यार्थियों में अनुशासन और नेतृत्व क्षमता का विकास किया जाएगा।
एसपीसी योजना के तहत चयनित स्कूल
राजस्थान के विभिन्न जिलों से चयनित विद्यालयों को एसपीसी योजना के तहत प्रशिक्षण मिलेगा। डूंगरपुर जिले में कुल 9 स्कूलों का चयन किया गया है, जिसमें राउमावि बेड़ा, राउमावि आरा, राउमावि महुड़ी और अन्य शामिल हैं।
राजस्थान के विभिन्न जिलों में चयनित विद्यालय
उदयपुर 32
प्रतापगढ़ 16
बांसवाड़ा 12
डूंगरपुर 09
चित्तौड़गढ़ 08
राजसमंद 06
बजट विवरण
इस योजना के तहत चयनित विद्यालयों को विभिन्न गतिविधियों के लिए बजट प्रदान किया जाएगा। प्रत्येक स्कूल को प्रति वर्ष 50,000 रुपए का बजट मिलेगा। डूंगरपुर जिले के लिए कुल 4.5 लाख रुपए का बजट आवंटित किया गया है।
टीचिंग एड 16,000
आउटडोर गतिविधि 24,000
प्रशिक्षण 5,000
कंटीजेंसी 5,000
योग 50,000
पाठ्यक्रम की अवधि और प्रशिक्षण
एसपीसी योजना का पाठ्यक्रम दो वर्ष का होगा। पहले वर्ष में आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को शामिल किया जाएगा। अगले वर्ष, ये कैडेट दूसरे चरण के प्रशिक्षण के लिए पात्र होंगे। प्रशिक्षण के अंतर्गत, विद्यार्थियों को इंडोर और आउटडोर कक्षाएं दी जाएंगी। प्रत्येक माह में 1 इंडोर और 2 आउटडोर कक्षाएं होंगी। इस योजना को पुलिस और शिक्षा विभाग मिलकर संचालित करेंगे।
सामाजिक और शैक्षिक योगदान
एसपीसी योजना न केवल विद्यार्थियों में पुलिस प्रशिक्षण और अनुशासन विकसित करेगी, बल्कि यह उन्हें समाजिक कार्यों से भी जोड़ने का कार्य करेगी। इसके माध्यम से विद्यार्थियों को स्काउट-गाइड गतिविधियों में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा, जिससे वे विभिन्न सेवा-प्रकल्पों का हिस्सा बन सकेंगे।