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Rajasthan: मूंगफली तुलाई को लेकर बीकानेर में किसानों का आक्रोश! श्रीडूंगरगढ़ में किसानों का आंदोलन पकड़ रहा आग 

राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में मूंगफली की तुलाई को लेकर किसानों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप था कि मौजूदा तुलाई केंद्रों पर तुलाई की व्यवस्था सही नहीं हो रही है, जिसके कारण उन्हें अपनी फसल बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
 
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Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में मूंगफली की तुलाई को लेकर किसानों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप था कि मौजूदा तुलाई केंद्रों पर तुलाई की व्यवस्था सही नहीं हो रही है, जिसके कारण उन्हें अपनी फसल बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

उचित तुलाई व्यवस्था की मांग को लेकर किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-11 को दो घंटे तक जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और प्रशासन के लिए स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। अनियमितताओं, मूंगफली तौल में देरी और कम तौल केन्द्रों के कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनकी शिकायत थी कि मौजूदा तौल केन्द्रों पर अत्यधिक भीड़ के कारण उनका समय और श्रमशक्ति बर्बाद हो रही है।

समस्या के समाधान के लिए गुस्साए किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-11 को जाम कर दिया। विरोध प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हुआ और राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए किसानों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन ये वार्ता विफल रही। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

शुरुआती दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने प्रशासन को दो घंटे का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस अवधि में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वे पुनः राजमार्ग जाम कर देंगे। कांग्रेस नेता हेतराम जाखड़ ने भी उनके आंदोलन का समर्थन किया और चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन उग्र होगा।

श्रीडूंगरगढ़ उपखंड अधिकारी (एसडीएम) ने भी मामले को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप किया। बाद में किसान राजमार्ग से हटने पर सहमत हो गए। प्रशासन ने भी आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दो घंटे बाद जाम हटा लिया। हालांकि, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला तो वे फिर से प्रदर्शन करेंगे और राजमार्ग जाम करेंगे।

स्थिति नियंत्रण से बाहर होने से पहले ही प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठा लिए। इसे ध्यान में रखते हुए नापासर एवं लूणकरणसर में अस्थायी तौल केन्द्र खोलने का निर्णय लिया गया। इससे किसानों को राहत मिलेगी और उनकी फसल का सही तरीके से वजन हो सकेगा।

Rajasthan: राजस्थान के बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में मूंगफली की तुलाई को लेकर किसानों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया। किसानों का आरोप था कि मौजूदा तुलाई केंद्रों पर तुलाई की व्यवस्था सही नहीं हो रही है, जिसके कारण उन्हें अपनी फसल बेचने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 

उचित तुलाई व्यवस्था की मांग को लेकर किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-11 को दो घंटे तक जाम कर दिया, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और प्रशासन के लिए स्थिति को नियंत्रित करना मुश्किल हो गया। अनियमितताओं, मूंगफली तौल में देरी और कम तौल केन्द्रों के कारण किसानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उनकी शिकायत थी कि मौजूदा तौल केन्द्रों पर अत्यधिक भीड़ के कारण उनका समय और श्रमशक्ति बर्बाद हो रही है।

समस्या के समाधान के लिए गुस्साए किसानों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-11 को जाम कर दिया। विरोध प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हुआ और राहगीरों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए किसानों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन ये वार्ता विफल रही। किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे।

शुरुआती दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसानों ने प्रशासन को दो घंटे का अल्टीमेटम दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि इस अवधि में कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया तो वे पुनः राजमार्ग जाम कर देंगे। कांग्रेस नेता हेतराम जाखड़ ने भी उनके आंदोलन का समर्थन किया और चेतावनी दी कि अगर किसानों की मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं तो आंदोलन उग्र होगा।

श्रीडूंगरगढ़ उपखंड अधिकारी (एसडीएम) ने भी मामले को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप किया। बाद में किसान राजमार्ग से हटने पर सहमत हो गए। प्रशासन ने भी आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दो घंटे बाद जाम हटा लिया। हालांकि, किसानों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला तो वे फिर से प्रदर्शन करेंगे और राजमार्ग जाम करेंगे।

स्थिति नियंत्रण से बाहर होने से पहले ही प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठा लिए। इसे ध्यान में रखते हुए नापासर एवं लूणकरणसर में अस्थायी तौल केन्द्र खोलने का निर्णय लिया गया। इससे किसानों को राहत मिलेगी और उनकी फसल का सही तरीके से वजन हो सकेगा।