अब होगा राजस्थान का विकास मिल गया 5 लाख 37 हजार करोड़ का बजट, यहां देखें कौनसे जिले हैं शामिल
Rajasthan News : राजस्थान सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश किया, जो 5 लाख 37 हजार करोड़ रुपए का है। यह पिछले बजट से लगभग 12% अधिक है, लेकिन इसके साथ-साथ राज्य पर कर्ज भी बढ़ता जा रहा है। 2020-21 में कर्ज लगभग 4 लाख करोड़ था, जो अब बढ़कर 7 लाख करोड़ के पार हो गया है।
राज्य सरकार के इस बजट का एक बड़ा हिस्सा वेतन, भत्तों, पेंशन और कर्जा चुकाने में खर्च हो रहा है। मुफ्त योजनाओं के तहत भी लाखों करोड़ रुपये का खर्चा बढ़ा है। यह बजट अधिकतर नियमित खर्चों के लिए है, लेकिन फिर भी राज्य सरकार को आय के नए स्रोत तलाशने की आवश्यकता है।
राज्य सरकार की आय मुख्य रूप से टैक्स और सेवा शुल्क से आती है। राज्य के टैक्स में वैट, एक्साइज ड्यूटी, स्टैंप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन शुल्क और खनन से जुड़ी आय शामिल है। इसके अलावा जीएसटी कलेक्शन से भी राज्य सरकार को हिस्सा मिलता है। राजस्थान में पेट्रोल और डीजल पर वैल्यू एडेड टैक्स (VAT) लागू है, जो पेट्रोल पर 29.04% और डीजल पर 17.30% है। इसके अलावा, राज्य सरकार शराब और खनन के माध्यम से भी अपने राजस्व को बढ़ाती है।
राज्य सरकार का खर्च
वेतन और पेंशन 30%
सामाजिक सेवाएं 20%
कृषि और ग्रामीण विकास 15%
ब्याज भुगतान 14%
अन्य खर्च 21%
राजस्थान सरकार हर साल मुफ्त योजनाओं पर भारी खर्च करती है। इनमें फ्री बिजली, दवा, वृद्ध पेंशन आदि शामिल हैं। इन योजनाओं के लिए राज्य सरकार हर साल करीब 15 हजार करोड़ रुपए खर्च करती है, जिसमें से सबसे ज्यादा खर्च फ्री बिजली पर होता है।राजस्थान के बजट में एक बड़ी चिंता कर्ज का बढ़ता हुआ बोझ है। 2024-25 में राज्य पर कुल कर्ज करीब 6.40 लाख करोड़ था, और नए बजट में 84 हजार करोड़ रुपए और कर्ज लेने की योजना है। यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अगले वित्तीय वर्ष तक राजस्थान का कर्ज 7.25 लाख करोड़ तक पहुँच सकता है।
यह कर्ज राज्य सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती है, क्योंकि इसके ब्याज पर खर्च बढ़ रहा है। वर्तमान में राज्य के बजट का 14% ब्याज भुगतान में जा रहा है, जो सालाना 25 हजार करोड़ है। राजस्थान का पहला बजट 1952 में 17.25 करोड़ रुपए का था, जो तब के वित्त मंत्री नाथूराम मिर्धा द्वारा पेश किया गया था। उस समय कोई नया टैक्स नहीं लगाया गया था, और बजट का मुख्य उद्देश्य सिंचाई, पेयजल, और सूखा प्रबंधन था।
