Rajasthan: गुर्जर आरक्षण आंदोलन के लिए भरतपुर में गरमाया माहौल, 8 जून को प्रस्तावित आंदोलन से पहले बयाना बना हॉटस्पॉट, प्रशासन अलर्ट मोड में

Gurjar reservation Movement: राजस्थान में गुर्जर आरक्षण आंदोलन एक बार फिर सुर्खियों में है। 8 जून 2025 को प्रस्तावित इस आंदोलन को लेकर भरतपुर जिले का बयाना इलाका फिर से तनावपूर्ण माहौल की ओर बढ़ रहा है। प्रशासन ने कमर कस ली है, और पूरे इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को सख्त कर दिया गया है।
एसपी ने खुद संभाली कमान
भरतपुर के पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा खुद बयाना पहुंचे और वहां संवेदनशील इलाकों का दौरा किया। उन्होंने पीपलूदा और काकड़वाड़ी जैसे उन स्थानों का निरीक्षण किया जो पिछले आंदोलनों—2008, 2010 और 2015—में आंदोलन के मुख्य केंद्र रहे थे।
रेलवे ट्रैक पर विशेष निगरानी
दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक, जो हर गुर्जर आंदोलन में जाम का मुख्य केंद्र रहा है, इस बार भी प्रशासन की विशेष निगरानी में है। रेल संचालन बाधित न हो, इसके लिए रणनीति तैयार की जा रही है।
गुर्जर समाज के नेताओं से बातचीत लगातार जारी है। संभावित भीड़ और आंदोलन से प्रभावित इलाकों की पहचान की जा चुकी है। सोशल मीडिया पर फैल रही भ्रामक या भड़काऊ सूचनाओं पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है।
अतिरिक्त बलों की तैनाती
सूत्रों के मुताबिक अतिरिक्त पुलिस बल और रिजर्व फोर्स तैनात की जा सकती है। खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है। सभी थानों को 24x7 निगरानी और रिपोर्टिंग के निर्देश दिए गए हैं।
गुर्जर समाज की मांग
गुर्जर समाज की मांग है कि उन्हें सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण का पूरा लाभ मिले। उनका आरोप है कि लंबे समय से वादे तो किए गए, लेकिन वास्तविक लाभ नहीं मिला।