Rajasthan News: राजस्थान के इस गाँव में महिलायें करतीं हैं देह व्यापार और पुरुष उनकी कमाई को मजे से खाते हैं
भरतपुर जिला ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं. यहां हमेशा ही देश - विदेश के पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन इस शहर का एक ऐसा भी हिस्सा है, जहां की औरतें सालों से देह व्यापार के दलदल में फंसी हुई हैं. आजादी के इतने साल बाद भी ये महिलाएं अपना घर चलाने के लिए देह व्यापार करने को मजबूर हैं.
Rajasthan News : भरतपुर जिला ऐतिहासिक इमारतों और धरोहरों के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं. यहां हमेशा ही देश - विदेश के पर्यटकों की भीड़ देखने को मिलती है, लेकिन इस शहर का एक ऐसा भी हिस्सा है, जहां की औरतें सालों से देह व्यापार के दलदल में फंसी हुई हैं. आजादी के इतने साल बाद भी ये महिलाएं अपना घर चलाने के लिए देह व्यापार करने को मजबूर हैं.
300 साल पुरानी व्यवस्था ढोने को मजबूर महिलाएं
हम बात कर रहे हैं भरतपुर से 2 किलोमीटर दूर जयपुर हाईवे पर बसे मलाहा गांव की, जहां रहने वाली बेड़िया जाति की महिलाएं पुराने जमाने से देह व्यापार करती आ रही हैं. आपको शायद इस बात पर यकिन न हो, लेकिन वास्तविकता यही है. बेड़िया जाति के लोग 300 वर्ष पुरानी व्यवस्था ढोने को मजबूर हैं. इस जाति की महिलाएं घर का चूल्हा जलाने और अपने गुजर-बसर के लिए खुद को इस दलदल में धकेलती हैं.
महिलाएं अपनी कमाई से चलाती हैं घर
बेड़िया समाज के पुरुष आर्थिक तौर पर महिलाओं पर ही निर्भर होते हैं. ये खुद कमाने के बजाय अपनी बहन बेटियों से देह व्यापार करने पर मजबूर करते हैं. छोटी उम्र से ही लड़कियां इस धंधे में आ जाती हैं. सालों से चली आ रही इस व्यवस्था को आज भी ये महिलाएं निभाती आ रही हैं. कहा जाता है कि पुराने जमाने में बेड़िया समाज की महिलाएं जमींदारों के यहां नृत्य कर अपना और अपने परिवार का भरण पोषण करती थी, लेकिन जब से जमीदारी प्रथा बंद हो गई, तब से ये देह व्यापार करती आ रही हैं.