राजस्थान के स्टेशनों को दिया जाएगा नया खूबसूरत लुक, मिली इतने करोड़ की सौगात
Rajasthan News : आपको बता दें कि उत्तर पश्चिम रेलवे के 77 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जाएगा. स्टेशनों को हेरिटेज लुक देने में विभाग द्वारा 4800 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इन स्टेशनों की सुविधाओं में भी इजाफा किया जाएगा. अमृत स्टेशन योजना के तहत आने वाले सभी स्टेशनों को टेक्नोलॉजी और डिजिटल स्तर पर भी विकास होगा.रेलवे के अनुसार राजस्थान के 10 बड़े स्टेशनों को अमृत स्टेशन योजना के तहत अपग्रेड किया गया है, जिनका विकास बड़े स्तर पर होगा.
इसमें जयपुर जंक्शन, गांधीनगर (जयपुर), सांगानेर (जयपुर), उदयपुर सिटी, अजमेर, आबू रोड, जोधपुर, पाली मारवाड़, जैसलमेर और बीकानेर स्टेशनों को शामिल किया गया है. इन स्टेशनों के पुनर्विकास में स्थानीय कला को ध्यान में रखकर आधुनिकता का समावेश किया जा रहा है. इन सभी स्टेशनों को नया हेरिटेज लुक दिया जाएगा.
रेलवे के अनुसार सभी अपग्रेड रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए विशाल क्षेत्र में एयर कॉनकोर्स का निर्माण किया जा रहा.
एयर कॉनकोर्स में यात्रियों को वेटिंग रूम सुविधा के साथ-साथ शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कैफेटेरिया, गेम जोन जैसी सुविधाएं भी मिलेगी और यात्रियों की सुविधाओं में बढ़ोतरी के लिए यहां पर लिफ्ट, एस्केलेटर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, कैफेटेरिया इसके अलावा पर्याप्त पार्किंग सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी. उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल के जयपुर, गांधीनगर, सांगानेर, रेवाड़ी, फुलेरा, बांदीकुई, अलवर, नरेना, सीकर, रींगस, झुंझुनू, आसलपुर जोबनेर, दौसा, राजगढ़, खैरथल, नीम का थाना, नारनौल, फतेहपुर शेखावाटी स्टेशनों का पुनर्विकास कार्य लगभग 1410 करोड़ रुपए की लागत के साथ किया जा रहा है.
बीकानेर मण्डल के 23 स्टेशनों पर 826 करोड़ रुपए, जोधपुर मण्डल के 18 स्टेशनों का 1195 करोड़ रुपए की लागत से यात्रियों की सुविधाओं में इजाफा किया जा रहा है. अजमेर मण्डल के सोजत रोड, मावली, राणा प्रताप नगर, पिंडवाड़ा, डूंगरपुर, मारवाड़ जंक्शन, फालना, कपासन, भीलवाड़ा, विजयनगर, ब्यावर, सोमेसर, रानी, जंवाई बांध, फतेहनगर, आबू रोड, अजमेर और उदयपुर सिटी स्टेशनों का 1374 करोड़ रुपए की लागत से कार्य किए जा रहे हैं. अमृत स्टेशन योजना के अंतर्गत प्रत्येक स्टेशन पर औसतन लगभग 20 करोड़ रुपए की लाग
लैंडस्केप के साथ सर्कुलेटिंग एरिया का विकास, अलग-अलग प्रवेश व निकास द्वार, टू-व्हीलर, फोर-व्हीलर और ऑटो रिक्शा के लिए अलग-अलग पार्किंग की सुविधा, यात्री क्षमता के अनुसार पर्याप्त क्षेत्र में प्रवेश हॉल का निर्माण, कोच इंडिकेशन बोर्ड का प्रावधान, वेटिंग रुम, स्टेशन बिल्डिंग के आंतरिक व बाहरी भाग में उत्कृष्ट साज-सज्जा, स्थानीय लोक कला से निर्माण, नए प्लेटफॉर्म शेल्टर, दिव्यांगजन अनुकूल सुविधाएं, बेहतर साइनेज की सुविधाएं 12 मीटर चौड़ाई के फुट ओवरब्रिज आदि यात्री सुविधाएं विकसित की जा रही है.