राजस्थान की महिला ने रोडवेज बस में ही दिया बच्चे को जन्म, कंडेक्टर व ड्रावर ने तुरंत महिला को कराया अस्पताल में भर्ती

Rajasthan News : राजस्थान मेवातियान की रहने वाली महिला सोमवार को रोडवेज बस में सफर कर रही थी और इस ही दौरान उसे प्रसव पीड़ा हुई और उसने बच्चे को जन्म दिया। वह बस में अपने पति के साथ सफर कर रही थी। महिला का पति उसे डॉक्टर के पास ले जाने के लिए ही राजस्थान रोडवेज की बस में चढ़ा था। जब वह छान गांव से बस में बैठे थे। इस दौरान महिला को सरेड़ी गांव के पास प्रसव पीड़ा होने लगी। बस में मौजूद यात्रियों ने महिला की मदद की और बस में ही डिलीवरी कराई गई।
बस से ही महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। जब यह मामला सामने आया तो सभी ने बस के ड्राइवर और कंडक्टर की जमकर तारीफ की। राजस्थान की सरकारी बसों में अलग-अलग कैटेगरी के तहत निशुल्क यात्रा की मंजूरी होती है। लगभग 52 ऐसी कैटेगरी हैं जिसमें मौजूद लोग यात्रियों को सफर के दौरान पैसा नहीं देना होता है या फिर उनसे लिए जाने वाले किराए में रियायत होती है। इस आर्टिकल में आप यह जान पाएंगे कि किन-किन यात्रियों को यह छूट मिली है और किस नियम और प्रोसेस के तहत वह यह फायदा हासिल कर सकते हैं।
राजस्थान रोडवेज का नेटवर्क काफी बड़ा है। इसके अंतर्गत चलने वाली बसों में रोज़ ओसतन 731000 लोग यात्रा करते हैं, 52 डिपो हैं और कुल 3708 बस हैं। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम-RSRTC की वेबसाइट के मुताबिक कुल 52 कैटेगरी के लोगों को सुविधाएं दी गई हैं। इनमें पत्रकार, अधिस्वीकृत पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी,स्वतंत्रता सेनानी का एक सहयोगी, स्वतंत्रता सेनानी की विधवा, स्वतंत्रता सेनानी की विधवा का एक सहयोगी, राज्य की अनुसूचित जाति एवं आदिवासी क्षेत्र की कक्षा-8 तक पढ़ने वाली छात्राएं,पद्म पुरस्कार से सम्मानित व्यक्ति और उसका एक सहयोगी, राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर सम्मानित किए गए शिक्षकों के किराए में भी रियायत है।
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