राजस्थान की स्वच्छ ऊर्जा नीति 2024 दिखा रही रंग! 2030 तक 125 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का है लक्ष्य

Rajasthan Solar Energy Policy: राजस्थान सरकार ने अपनी स्वच्छ ऊर्जा नीति 2024 के तहत 2030 तक 125 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन का महत्वाकांक्षी लक्ष्य निर्धारित किया है। यह कदम न केवल राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारत के राष्ट्रीय ऊर्जा लक्ष्यों में भी एक महत्वपूर्ण योगदान करेगा। राजस्थान की यह नीति राज्य में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक नई क्रांति ला सकती है।
राजस्थान की सौर ऊर्जा नीति का उद्देश्य
राजस्थान के विशाल रेगिस्तानी क्षेत्र और धूप की प्रचुरता को ध्यान में रखते हुए, सौर ऊर्जा के उत्पादन को बढ़ावा देने का उद्देश्य रखा गया है। यह नीति कई पहलुओं पर आधारित है, जिनमें ऊर्जा उत्पादन, पर्यावरण संरक्षण, और रोजगार सृजन शामिल हैं।
125 गीगावाट सौर ऊर्जा उत्पादन के लाभ
सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने से कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी, जो पर्यावरण संरक्षण में योगदान करेगा। यह प्रदूषण को कम करने और जलवायु परिवर्तन के प्रभावों को घटाने में मदद करेगा।
सौर ऊर्जा का उत्पादन राज्य की ऊर्जा आपूर्ति को आत्मनिर्भर बना देगा। इससे बिजली संकट की समस्या कम होगी और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी। सौर ऊर्जा परियोजनाओं के विकास से नई नौकरियों का सृजन होगा। इससे स्थानीय उद्योगों और व्यापारों को भी फायदा होगा।
राजस्थान में सौर ऊर्जा उत्पादन के लिए आवश्यक संसाधन
राजस्थान का अधिकांश क्षेत्र धूप से भरपूर होता है। राज्य में बड़े रेगिस्तानी क्षेत्र हैं जो सौर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हैं। राजस्थान में हवा, जल और अन्य प्राकृतिक संसाधनों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
स्वच्छ ऊर्जा नीति के प्रमुख पहलू
सौर पैनल और सौर ऊर्जा तकनीक के उन्नत संस्करणों का उपयोग किया जाएगा।राज्य सरकार सौर ऊर्जा परियोजनाओं में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए अनुकूल नीतियां और वित्तीय समर्थन प्रदान करेगी। सौर ऊर्जा के स्थिर उपयोग के लिए स्मार्ट ग्रिड और ऊर्जा भंडारण की व्यवस्था की जाएगी।