राजस्थान में विकास को पंख लगाएगा यह एक्स्प्रेसवे! कोटपूतली से किशनगढ़ तक सुहाने हो जाएंगे रास्ते, देखें पूरा रूट मेप

Rajasthan Expressway: राजस्थान सरकार ने अपने बजट में कोटपूतली-किशनगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा की है, जो राज्य में विकास की नई राह खोलेगा। यह एक्सप्रेसवे 181 किलोमीटर लंबा होगा और सीकर, अजमेर और नागौर जिलों सहित अन्य कस्बों को जोड़ते हुए दिल्ली की दूरी को कम करेगा। इस एक्सप्रेसवे से इन क्षेत्रों में परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव आने की संभावना है, साथ ही व्यापार और पर्यटन के लिए नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
राजस्थान की भजनलाल सरकार की दीर्घकालिक ग्रीन फील्ड राजमार्ग योजना की घोषणा से उन क्षेत्रों में उत्साह पैदा हो गया है जहां यह योजना शुरू हुई है और जहां समाप्त हुई है। अभी तक इन राजमार्गों सहित कोटपूतली-किशनगढ़ राजमार्ग मार्ग का निर्माण नहीं हुआ है जो किसी कस्बे या गांव से होकर गुजरेगा। ऐसा माना जाता है कि जहां भी यह अजमेर को पार करेगी, वहां दिल्ली से नागौर और सीकर की दूरी कम हो जाएगी।
पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक गहलोत ने कुछ महीने पहले कोटपूतली को जयपुर से अलग जिला बनाया था। इसके बाद इसे अलवर के बहरोड़ में मिला दिया गया और कोटपूतली-बहरोड़ जिला बनाया गया। कुछ महीने पहले जिला बनने के बाद कोटपूतली को सिर्फ एक महीने में ही ग्रीनफील्ड हाईवे मिल गया।
कोटपूतली दिल्ली से लगभग 160 किमी दूर है। यहां से शुरू होने वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे शेखावाटी के सीकर के बीच की दूरी को कम करेगा, जो नागौर और अजमेर जिलों को दिल्ली से जोड़ता है। इससे राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध किशनगढ़ मार्बल बाजार में भी नए अवसर खुलेंगे। उनके माल को दिल्ली तक पहुंचाने के लिए सुविधाजनक मार्ग उपलब्ध हो जाएगा। यह किशनगढ़ में संगमरमर व्यापार को बढ़ावा देने में एक मील का पत्थर है।
कोटपूतली-किशनगढ़ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे राजस्थान के विभिन्न क्षेत्रों के लिए एक गेम-चेंजर साबित होगा। यह एक्सप्रेसवे राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा और व्यापार, परिवहन, और पर्यटन में बड़े बदलाव लाएगा। विशेष रूप से किशनगढ़ के मार्बल व्यापार और कोटपूतली जैसे नए जिलों के विकास में यह एक्सप्रेसवे अहम भूमिका निभाएगा।