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राजस्थान में टाइगर की हत्या का हुआ खुलासा, कौन है आरोपी

राजस्थान के अधिकारियों ने सोमवार को घटना की पुष्टि की, जिसमें बताया गया कि ग्रामीणों ने बाघ पर पत्थरों और धारदार हथियारों से हमला किया. इससे पहले, T-86 ने 51 वर्षीय भरतलाल मीणा पर हमला किया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी. इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बाघ को घेरकर मार डाला. रणथंभौर बाघ परियोजना के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) अनूप के.आर. ने बताया कि बाघ के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं, जो पत्थरों और नुकीले हथियारों से किए गए हमले को दर्शाते हैं. बाघ के शरीर पर कुछ पुराने घाव भी मिले, जिससे पिछले दिनों एक अन्य बाघ के साथ संघर्ष की संभावना जताई गई है.
 
राजस्थान में टाइगर की हत्या का हुआ खुलासा, कौन है आरोपी

Rajasthan News: राजस्थान के अधिकारियों ने सोमवार को घटना की पुष्टि की, जिसमें बताया गया कि ग्रामीणों ने बाघ पर पत्थरों और धारदार हथियारों से हमला किया. इससे पहले, T-86 ने 51 वर्षीय भरतलाल मीणा पर हमला किया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी. इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बाघ को घेरकर मार डाला. रणथंभौर बाघ परियोजना के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) अनूप के.आर. ने बताया कि बाघ के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं, जो पत्थरों और नुकीले हथियारों से किए गए हमले को दर्शाते हैं. बाघ के शरीर पर कुछ पुराने घाव भी मिले, जिससे पिछले दिनों एक अन्य बाघ के साथ संघर्ष की संभावना जताई गई है. 

घटना के बाद, बाघ का शव उसी स्थान पर मिला, जहां मीणा का शव बरामद हुआ था. इसके चलते गांववालों ने सवाई माधोपुर-कुंडेरा सड़क पर विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता अवरुद्ध कर दिया.कोतवाली थाने के एसएचओ राजवीर सिंह ने बताया कि मीणा पर शनिवार को बाघ ने उस समय हमला किया, जब वह अपनी बकरियां चरा रहे थे. बाघ, मीणा के शव के पास ही बना रहा, जब तक ग्रामीणों ने आकर उसे जंगल में वापस नहीं खदेड़ दिया. वन विभाग पहले से ही T-86 पर नजर रख रहा था, क्योंकि उसका दूसरे बाघ के साथ हाल ही में एक संघर्ष हुआ था.

Rajasthan News: राजस्थान के अधिकारियों ने सोमवार को घटना की पुष्टि की, जिसमें बताया गया कि ग्रामीणों ने बाघ पर पत्थरों और धारदार हथियारों से हमला किया. इससे पहले, T-86 ने 51 वर्षीय भरतलाल मीणा पर हमला किया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई थी. इस घटना से नाराज ग्रामीणों ने बाघ को घेरकर मार डाला. 
रणथंभौर बाघ परियोजना के मुख्य वन संरक्षक (सीसीएफ) अनूप के.आर. ने बताया कि बाघ के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान मिले हैं, जो पत्थरों और नुकीले हथियारों से किए गए हमले को दर्शाते हैं. बाघ के शरीर पर कुछ पुराने घाव भी मिले, जिससे पिछले दिनों एक अन्य बाघ के साथ संघर्ष की संभावना जताई गई है. 

घटना के बाद, बाघ का शव उसी स्थान पर मिला, जहां मीणा का शव बरामद हुआ था. इसके चलते गांववालों ने सवाई माधोपुर-कुंडेरा सड़क पर विरोध प्रदर्शन करते हुए रास्ता अवरुद्ध कर दिया.कोतवाली थाने के एसएचओ राजवीर सिंह ने बताया कि मीणा पर शनिवार को बाघ ने उस समय हमला किया, जब वह अपनी बकरियां चरा रहे थे. बाघ, मीणा के शव के पास ही बना रहा, जब तक ग्रामीणों ने आकर उसे जंगल में वापस नहीं खदेड़ दिया. वन विभाग पहले से ही T-86 पर नजर रख रहा था, क्योंकि उसका दूसरे बाघ के साथ हाल ही में एक संघर्ष हुआ था.