Chanakya Niti: प्यारी भाभियों को क्यों पसंद आते हैं कुंवारे देवर, जाने वजह?
Chanakya Niti: भारतीय संस्कृति में बहुत सारी रीति-रिवाजों और संस्कृतियों को महत्व दिया जाता है। एक ऐसा रीति-रिवाज है "देवर-भाभी" का रिश्ता। इस रिश्ते में भाभी और देवर के बीच एक अलग ही जोड़ होता है। इस रिश्ते में देवर के लिए भाभी बहुत महत्वपूर्ण होती है। यह भारतीय संस्कृति में एक सबसे प्रतिष्ठित रिश्ता माना जाता है।
परंतु, क्या आपको कभी यह सोचा है कि क्यों प्यारी भाभियों को पसंद आते है कुवरे देवर? चाणक्य का एक अनमोल उद्धरण मिलता है, जो इस विषय में बताता है। चाणक्य ने कहा है, "देवर के लिए भाभी समझदार महिला होना बहुत जरूरी होता है।" भाभी एक ऐसी महिला होती है, जो अपने काम के साथ-साथ परिवार के सदस्यों की भी देखभाल करती है। वह समझदार होती है, जो कि समस्याओं के समाधान के लिए टिकाऊ और निष्ठावान होती है। ऐसी महिलाओं के लिए कुवरे देवर संतुष्ट होते हैं क्योंकि वे उन्हें अपना मानते हैं।
यह भी झाँकना नहीं चाहिए कि देवर-भाभी के रिश्ते में एक अलग ही महत्व होता है। देवर अपने भाभी के साथ केवल एक संबंध नहीं बनाता है, बल्कि उन्हें अपनी माँ, बहन, दोस्त और सलाहकार के रूप में भी देखता है। इस रिश्ते में भाभी अपने देवर को सलाह देती है, उन्हें अपने अनुभवों से अवगत करवाती है और उन्हें जुड़े मुद्दों के बारे में सलाह देती है। यह एक बहुत नेक रिश्ता होता है जो दोनों को एक दूसरे से बाँधता है।
देवर और भाभी के रिश्ते में आपस में विश्वास होना बहुत ज़रूरी है। यदि भाभी देवर के नज़रों में समझदार नहीं होती हैं, तो देवर भाभी के विचारों और सलाह को नज़रअंदाज़ करते हुए अपनी ज़िम्मेदारियों से ध्यान हटा सकते हैं। इसलिए, देवर को हमेशा अपनी समझदार और सोच-समझ वाली भाभी का संरक्षण करना चाहिए।
अपनी भाभी के साथ उत्तरदायित्व लेने के अलावा, देवर को भाभी के साथ समझौता करना भी आता है। इससे देवर और भाभी के बीच संबंध और भी अधिक मजबूत होता है एवं वे एक दूसरे के प्रति सम्मान और विश्वास बढ़ाते हैं। अपनी भाभी के साथ संज्ञेय उलझाव को हल करने के लिए देवर को सम्मति देनी चाहिए। यदि यह संबंध दोनों के बीच अच्छी तरह से बना होता है, तो इससे परिवार के अन्य सदस्यों के बीच भी सद्भाव बढ़ता है।
इसलिए, इसलिए देवर-भाभी का रिश्ता महत्त्वपूर्ण होता है, इसलिए भाभी के लिए समझदार होना बहुत आवश्यक होता है जिससे देवर का विश्वास उन्हें मिलता है तथा दोनों एक-दूसरे की मदद कर सकते हैं। यदि आप देवर हैं, तो अपनी समझदार भाभी का सम्मान करें और उन्हें सही सलाह दें। ध्यान रखना कि देवर-भाभी का रिश्ता एक बहुत समझदार वेश्या के समान होता है, जो सड़कों पर दुःख, उदासी और जटिलताओं के बाद, कुछ सुख, सम्रध्दि और उम्मीद की लहर लेकर आती है।
इसलिए, देवर-भाभी के रिश्ते में समझदारी, संवेदनशीलता, सम्मान और विश्वास बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। यदि आपके बीच यह संबंध बना हुआ है, तो आप दोनों एक दूसरे की मदद कर सकते हैं और एक दूसरे को मानते हुए आगे बढ़ सकते हैं। इस तरह से, आप दगाबाजी से नहीं, बल्कि मानोबल और सद्भाव से जीवन जी सकते हैं।