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चाणक्य ने अपनी नीति में महिलाओं के गंदे इशारे कर चाल-चलन को पहचानने के लिये बताई ये 3 प्रमुख बातें 

 
Chanakya Niti

Chanakya Niti: महान भारतीय नीतिशास्त्रज्ञ चाणक्य ने अपने नीतिग्रंथ 'अर्थशास्त्र' में महिलाओं के चरित्र के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातें कही हैं। चाणक्य का निर्माणकारी विचारधारा और उनके नीतिसूत्रों में उपलब्ध नीतियों की महत्ता आज भी अधिकांश लोगों द्वारा मान्यता प्राप्त की जाती है। चाणक्य द्वारा कही गई तीन प्रमुख बातों का वर्णन निम्नानुसार है:

  1. शिक्षा और संगठन: चाणक्य ने महिलाओं के लिए उच्च शिक्षा की प्रासंगिकता को मान्यता दी। उन्होंने कहा कि महिलाओं को सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए उन्हें अच्छी शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए। उन्होंने सामाजिक संगठन की महत्वता भी बताई, जिससे महिलाएं अपनी सामरिक, आर्थिक और सामाजिक जरूरतों को समझ सकें और समाधान ढूंढ सकें।

  2. संयम और आत्मविश्वास: चाणक्य ने महिलाओं को संयम और आत्मविश्वास की आवश्यकता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि महिलाएं संयमित और आत्मनिर्भर बनने की आवश्यकता होती है, ताकि वे अपने जीवन में समस्याओं का सामना कर सकें। संयम और आत्मविश्वास उन्हें सफलता की ओर आग्रह करने के लिए आवश्यक गुण हैं।

  3. आचरण और श्रेयस्कर्म: चाणक्य ने महिलाओं के आचरण और श्रेयस्कर्म की महत्ता को बताया। उन्होंने कहा कि महिलाओं को समाज में आदर्शता के साथ जीने की आवश्यकता होती है। उन्होंने श्रेयस्कर्म की प्रोत्साहना की और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति समर्पित रहने का संकेत दिया।

चाणक्य द्वारा इन बातों को उठाने का उद्देश्य महिलाओं को सशक्त, स्वतंत्र और समर्पित नागरिकों के रूप में स्थापित करना था। उनके विचारों ने न केवल उन्हीं के समय में, बल्कि आज भी महिलाओं के उन्नयन और सम्मान में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।