Khelorajasthan

Mughal Harem: अकबर की थी 300 पत्नियां, हर रोज बिना थके इतनी पत्नियों के साथ करता था वो काम, जानें ताकत का राज 

 
Mughal Harem

Mughal Harem: मुगल साम्राज्य के समय में हरेम एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था। यह एक ऐसी जगह थी जहाँ मुगल साम्राज्य के बादशाह अकबर की 300 पत्नियां रहती थीं। अंग्रेजों द्वारा बैंकर में लिखी जाने वाली ये कथन गलत है कि अकबर ने 300 से ज्यादा पत्नियां ली थीं। वस्तुतः भारतीय इतिहास के साक्ष्यों के आधार पर अकबर के कुल 9 पत्नियां थीं, जिनमें से सोलही आरामदायक जीवन बिताने के लिए उन्होंने छोटे-छोटे हरेम भी बनवाये थे।

अकबर का व्यसन था 24 घंटे में तय समय का रिहास्य खोलने का। इस समय का नाम “आखिरी जमाना” था। इस समय में अक्बर के हरेम में उनकी प्रत्येक पत्नी के साथ एकाकी वक्त बिताना था। अकबर नाना मुनि की सलाह पर इस समय में व्यस्त रहते थे ताकि उन्हें नई चीजें सीखने का समय मिल सके। इसके अलावा अकबर हर रात अपनी पत्नियों के साथ मनोरंजन भी करते थे। उनकी सभी पत्नियों की सहमति से, उन्हें दिल्ली में सैर करने का भी भुतपूर्व अधिकार था।

अकबर के हरेम में कार्यकर्ता भी मौजूद थे, जो हर पत्नी की सेवा के लिए तैनात रहते थे। ये लोग उनकी सामान्य देखभाल और अन्य कामों के लिए जिम्मेदार थे।

अकबर के हरेम की विशेषताओं में से एक थी महिलाओं का रूप। कुछ लोग सोचते हैं कि हरेम में सभी महिलाएं सुन्दर थीं और उन्हें घर से नहीं जाने दिया जाता था, लेकिन यह सच नहीं है। हरेम में उन महिलाओं को शामिल किया जाता था जो सुंदर, बुद्धिमान और ज्ञानी थीं। इस तरह की महिलाएं बादशाह के विचार व मंत्रों से प्रभावित होती थीं और उन्हें उपयोगी सलाह दी जाती थी।

हरेम में सभी महिलाओं की पढ़ाई की जाती थी, उन्हें समाज और राजनीति के मुद्दों के बारे में शिक्षा भी दी जाती थी। जबरदस्ती शादी की जाने वाली महिलाओं के जीवन को नियंत्रित करने के बजाय हरेम में वे शांतिपूर्ण और समझदार बनीं।

अकबर ने हरेम के प्रति सम्मोहित होने के बजाय उसे एक वातावरण दी थी, जो महिलाओं को उनके सामान्य जीवन से अलग रखता था। आज के समय में हम इसे स्ट्रिक्टली वेलेफेयर से मिलते जुलते देख सकते हैं, जहाँ पुरुष और महिलाएं अधिकार और सुविधाओं के साथ एक साथ रहते हैं।

अकबर के हरेम को एक साम्राज्य की ताकत का प्रतीक माना जाता है। इस परिसर में रहने वाली महिलाएं संसार को बताती थीं कि यह एक महान साम्राज्य है जिसमें महिलाओं को समान अधिकार दिए जाते हैं और वे समझदार, बुद्धिमान और शक्तिशाली होती हैं।

अकबर की हरेम की कहानी हमें यह बताती है कि महिलाओं के प्रति समझदारी और सम्मान दिखाएँ जाने की आवश्यकता होती है ताकि समाज में भेदभाव खत्म हो और सबको एक साथ विकास के मार्ग पर चलने का अवसर मिल सके। अकबर की हरेम की याद रहेगी हमेशा क्योंकि वह एक ऐसी स्थान है जहाँ समझदारी, दृढ़ता और महिलाओं के सम्मान को संरक्षित रखने का सन्देश दिया जाता है।