OYO की क्या होती है फुल फॉर्म, जानकर चौंक जाएंगे आप! जानिए इसका असली मतलब?
OYO: आजकल OYO होटल्स का नाम सुनते ही कई लोगों के चेहरे पर अलग-अलग भाव आ जाते हैं। कुछ के चेहरे पर मुस्कान है, कुछ शर्मीले हैं और कुछ अचानक बातचीत को किसी दूसरे विषय पर ले जाते हैं। लेकिन OYO (ऑन योर ओन) का सही मतलब जानने के बाद शायद आपकी आंखें खुली रह जाएंगी!
ओयो होटल्स का उदय
आजकल की व्यस्त जिंदगी में दम्पतियों को एक दूसरे के साथ गुणवत्तापूर्ण समय बिताने का अवसर कम ही मिलता है। ऐसे में OYO उनके लिए किसी मसीहा से कम नहीं होगा! यहां वे बिना किसी व्यवधान के अपना निजी समय बिता सकते हैं और अपने रिश्ते को मजबूत बना सकते हैं। कई लोगों के लिए, OYO सिर्फ एक होटल नहीं बल्कि एक भावना बन गई है।
अब जरा सोचिए, आप अपनी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के साथ यात्रा की योजना बना रहे हैं और एक आरामदायक और सुरक्षित स्थान चाहते हैं, तो OYO से बेहतर विकल्प क्या हो सकता है? कई दम्पतियों के लिए यह दूसरा घर बन गया है, जहां वे बिना किसी तनाव के, पूर्ण विश्राम के साथ अपनी यात्रा को यादगार बना सकते हैं।
यात्रा के दौरान OYO होटल्स सर्वश्रेष्ठ क्यों है?
ओयो न केवल जोड़ों के लिए, बल्कि उन यात्रियों के लिए भी वरदान साबित हुआ है जो यात्रा के दौरान आरामदायक प्रवास की तलाश में रहते हैं। जरा सोचिए, आप किसी अपरिचित शहर में हैं और आपको अच्छे होटलों की जरूरत है, तो OYO आपके लिए सबसे सही विकल्प है।
यहां आपको एसी कमरे, वाईफाई, साफ बिस्तर और बेहतरीन आतिथ्य जैसी सुविधाएं सस्ती कीमतों पर मिलेंगी। और यदि आपको अप्रत्याशित रूप से कहीं रुकना पड़े तो OYO आपकी चिंता दूर कर देता है। OYO को यात्रियों के लिए सर्वश्रेष्ठ का तमगा यूं ही नहीं मिला!
OYO का पूरा नाम सुनकर रह जाएंगे दंग
अब आते हैं असली सवाल पर – आखिर OYO का पूरा नाम क्या है? अगर आपको भी लगता है कि OYO का मतलब Only Youths Occupied या One Year Outing है तो जनाब आप गलत हैं! OYO का फुल फॉर्म On Your Own होता है.
इसका मतलब यह है कि जब आप OYO में चेक-इन करते हैं तो वह रूम पूरी तरह से आपका हो जाता है. यह नाम ग्राहकों को दी जाने वाली फ्रीडम (Freedom) और प्राइवेसी (Privacy) को दर्शाता है. यानी एक बार आपने OYO बुक कर लिया फिर अपुन का रूम, अपुन की दुनिया!
OYO के पीछे का मंथन
अब आइए OYO की कहानी पर एक नज़र डालें। OYO की शुरुआत 2012 में रितेश अग्रवाल ने की थी। तब इसका नाम ओरावेल स्टेज़ था, लेकिन 2013 में इसका नाम बदलकर ओयो कर दिया गया।
जब रितेश ने यह व्यवसाय शुरू किया तो शायद ही किसी को उम्मीद थी कि यह न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में प्रसिद्ध हो जाएगा। उनका विचार था कि लोग बिना किसी परेशानी के सस्ते और अच्छे बजट वाले होटलों में रुक सकें। आज OYO ने न केवल भारत में बल्कि कई अन्य देशों में भी अपनी पहचान बना ली है।
OYO में नए नियम और उनका प्रभाव
पहले OYO में बुकिंग कराना और ठहरना बहुत आसान था, लेकिन अब कंपनी ने कुछ नए नियम लागू किए हैं। इनमें से कुछ नियम ग्राहकों की सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।
अब सभी मेहमानों को OYO में चेक-इन के लिए वैध पहचान पत्र दिखाना अनिवार्य है।
कुछ स्थानों पर स्थानीय पहचान-पत्र स्वीकार नहीं किये जाते, जिससे कई लोगों को परेशानी हो सकती है।
कुछ ओयो होटलों ने अविवाहित जोड़ों के लिए बुकिंग नीति कड़ी कर दी है।
यद्यपि ये नियम कुछ लोगों के लिए समस्याएँ पैदा कर सकते हैं, लेकिन इनसे होटल उद्योग में पारदर्शिता और सुरक्षा का स्तर बेहतर हुआ है।
