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क्या भारत में चला जाएगा चैट जीपीटी का दौर, जानें क्या हैं मेटा की नई तैयारी 

Meta ने OpenAI के ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपनी तैयारियों को और भी बड़ा किया है। कंपनी जल्द ही अपने AI चैटबॉट को एक स्टैंडअलोन ऐप के रूप में लॉन्च करने जा रही है, जो फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसी ऐप्स से अलग होगा। इस नए ऐप का उद्देश्य यूजर्स को बेहतर AI अनुभव प्रदान करना है, जिससे मेटा का AI टेक्नोलॉजी अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दे सके। इस ऐप को 2024 की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है। आइए, जानते हैं कि इस नए ऐप में क्या खास होगा और मेटा की योजना क्या है।
 
क्या भारत में चला जाएगा चैट जीपीटी का दौर, जानें क्या हैं मेटा की नई तैयारी 

Meta AI Chatbot : Meta ने OpenAI के ChatGPT को टक्कर देने के लिए अपनी तैयारियों को और भी बड़ा किया है। कंपनी जल्द ही अपने AI चैटबॉट को एक स्टैंडअलोन ऐप के रूप में लॉन्च करने जा रही है, जो फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसी ऐप्स से अलग होगा। इस नए ऐप का उद्देश्य यूजर्स को बेहतर AI अनुभव प्रदान करना है, जिससे मेटा का AI टेक्नोलॉजी अपने प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दे सके। इस ऐप को 2024 की दूसरी तिमाही में लॉन्च किया जा सकता है। आइए, जानते हैं कि इस नए ऐप में क्या खास होगा और मेटा की योजना क्या है।

Meta ने अपने AI चैटबॉट को पहली बार 2023 में लॉन्च किया था। यह जनरेटिव AI-पावर्ड डिजिटल असिस्टेंट टेक्स्ट प्रॉम्प्ट पर सवालों के जवाब देने के साथ-साथ इमेज बनाने की क्षमता भी रखता है। इस AI चैटबॉट को फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सऐप और मैसेंजर जैसे ऐप्स में भी इंटीग्रेट किया गया था। अब मेटा ने इसे एक स्टैंडअलोन ऐप के रूप में पेश करने की योजना बनाई है, जो यूजर्स के लिए नए फीचर्स और बेहतर एक्सपीरियंस का वादा करता है।

Meta AI चैटबॉट ऐप के फायदे

स्टैंडअलोन ऐप के जरिए यूजर्स को बेहतर इंटरएक्टिव अनुभव मिलेगा। इसके माध्यम से चैटबॉट के साथ बातचीत करना और भी आसान होगा।ऐप आने के बाद मेटा AI चैटबॉट में नए फीचर्स और अधिक पर्सनलाइजेशन की संभावना होगी, जिससे उपयोगकर्ता अपने दैनिक कार्यों को और अधिक कुशलतापूर्वक पूरा कर सकेंगे।नए ऐप के जरिए व्यापारिक और पेशेवर उपयोगकर्ताओं के लिए विशेष रूप से उपयुक्त उपकरण हो सकता है, जैसे कि डेटा एनालिसिस और इमेज जनरेशन के कार्यों के लिए।

OpenAI और गूगल के मुकाबले

Meta AI का स्टैंडअलोन ऐप, ChatGPT और Perplexity जैसे प्रमुख AI चैटबॉट्स के मुकाबले मेटा के पास एक स्पष्ट प्रतिस्पर्धा हो सकती है। हालांकि, वर्तमान में Meta AI केवल फेसबुक, इंस्टाग्राम और व्हाट्सऐप जैसे प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है, लेकिन इस नए ऐप के आने से यूजर्स को एक नई और बेहतर तरीके से इंटरैक्ट करने का मौका मिलेगा।

क्या आएगा नया?

मेटा का AI चैटबॉट अब एक अलग ऐप के रूप में उपलब्ध होगा, जिससे यूजर्स को इसके सभी फीचर्स और कार्यों का बेहतर अनुभव मिलेगा। मेटा अपने AI चैटबॉट के लिए पेड सब्सक्रिप्शन मॉडल पर भी विचार कर रही है, जिसके बाद यूजर्स को पावरफुल वर्जन का उपयोग करने के लिए शुल्क देना होगा।स्टैंडअलोन ऐप के साथ, Meta AI को भविष्य में फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स से भी पूरी तरह इंटीग्रेट किया जा सकता है, जिससे दोनों ऐप्स के बीच seamless कनेक्टिविटी बनेगी।