हरियाणा में गेहूं खरीद को लेकर सीएम का बड़ा ऐलान, किसानों को हो सकती है परेशानी, जानें कैसे
Haryana News: हरियाणा सरकार ने इस वर्ष (2025) गेहूं खरीद का लक्ष्य 75 लाख मीट्रिक टन रखा है, जो पिछले वर्ष से 5 लाख टन कम है। यह निर्णय पिछले तीन वर्षों में खरीद लक्ष्य पूरा करने में विफलता के कारण लिया गया।
हालांकि, राज्य में गेहूं का उत्पादन पिछले साल की तुलना में एक लाख टन अधिक होने का अनुमान है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सोमवार को कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर रबी सीजन की फसलों की खरीद की तैयारियों की समीक्षा की तथा किसानों की सुविधा के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
मंडी व्यवस्था होगी बेहतरहरियाणा सरकार ने इस वर्ष गेहूं खरीद को सुचारू रूप से चलाने के लिए 415 मंडियों को नामित किया है। इसके अलावा जौ के लिए 25, चना के लिए 11, मसूर के लिए 7, सरसों के लिए 116 तथा सूरजमुखी के लिए 17 मंडियों की व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी मंडियों में किसानों की सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था की जाए। मार्केटिंग बोर्ड के अधिकारियों को मंडियों में नए शेड बनाने तथा बारदानों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं।
क्रय एजेंसियों का विभाजन गेहूं खरीद की जिम्मेदारी क्रय एजेंसियों के बीच बांट दी गई है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग 30%, हैफेड 40%, हरियाणा राज्य भंडारण निगम 20% तथा भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) 10% गेहूं की खरीद करेगा। किसानों को भुगतान में देरी न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष निगरानी तंत्र स्थापित किया जाएगा।
गेहूं खरीद की तारीखें और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य)हरियाणा में गेहूं की खरीद 1 अप्रैल से शुरू होगी और 1 मई तक जारी रहेगी। इसके अलावा, अन्य फसलों की खरीद की तारीखें इस प्रकार हैं: सरसों: 15 मार्च से 1 मई मसूर: 20 मार्च से 1 मई जौ, चना: 1 अप्रैल सूरजमुखी: 1 जून
हरियाणा सरकार ने किसानों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) भी तय किया है:
गेहूं - ₹2425 प्रति क्विंटल, चना - ₹5650 प्रति क्विंटल, मसूर - ₹6700 प्रति क्विंटल, सरसों - ₹5950 प्रति क्विंटल, जौ – ₹1980 प्रति क्विंटल, सूरजमुखी - ₹7280 प्रति क्विंटल पिछले तीन वर्षों में गेहूं खरीद का रुझान पिछले तीन वर्षों में हरियाणा में गेहूं की खरीद का लक्ष्य और वास्तविक खरीद इस प्रकार रही: 63.17 लाख टन खरीद, कुल उत्पादन 110 लाख टन 2024: 85 लाख टन लक्ष्य, 71.50 लाख टन खरीद, कुल उत्पादन 124 लाख टन इसीलिए सरकार ने इस बार खरीद लक्ष्य घटाकर 75 लाख टन कर दिया है।