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हरियाणा में प्रॉपर्टी टैक्स न भरने वालों को लगने वाला बड़ा झटका, चुनाव के बाद घर और दुकान होंगे सील, जानें 

 
 
फरीदाबाद नगर निगम

Haryana News: हरियाणा के फरीदाबाद नगर निगम (Municipal Corporation of Faridabad) ने सिर्फ तारीख पर तारीख के नाम पर संपत्ति कर (Property Tax) लेने वालों की नींद उड़ा दी है। बताया जा रहा है कि निगम ने 2500 बकायादारों को नोटिस जारी किया है और समय पर कर का भुगतान न करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

नगर निगम का कहना है कि उसने इस वित्तीय वर्ष में 180 करोड़ रुपये का कर संग्रह लक्ष्य रखा था, लेकिन अभी तक केवल 110 करोड़ रुपये ही एकत्र हो पाए हैं। अब निगम चुनाव के बाद 60 कर्मचारियों को ड्यूटी पर लगाने की योजना बना रहा है ताकि शेष 70 करोड़ रुपये की वसूली जल्दी हो सके। और भाई ये कोई मामूली काम नहीं है! निगम की टीम एक माह में पूरा वसूली लक्ष्य पूरा करने के मूड में है।

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मकान और दुकानें सील हो जाएंगी अगर कोई सोचता है कि चलो यार अभी तो चुनाव चल रहे हैं तब तक निगम कुछ नहीं करेगा इसलिए साहब गलतफहमी में मत रहना! चुनाव खत्म होते ही निगम के 60 कर्मचारी देनदारों की देखभाल के लिए निकल जाएंगे। निगम के पास 50,000 से अधिक कर बकायादारों की सूची है और उन्हें यथाशीघ्र नोटिस भेजे जाएंगे।

अब भैया, अगर आपने कई सालों से हाउस टैक्स नहीं भरा है तो जरा संभल जाइये! निगम की टीम आपके घर या दुकान को सील करने में संकोच नहीं करेगी। और एक बार सील लग गई तो भाई, चाहे आप कुछ भी कर लो, कुछ नहीं होगा!

संपत्ति आईडी सत्यापन आवश्यक फरीदाबाद जिले में कुल 7.5 लाख संपत्ति आईडी हैं, जिनमें से अभी तक केवल 2 लाख का सत्यापन किया गया है। दूसरे शब्दों में कहें तो हममें से बाकी लोग या तो खुश हैं या फिर कर बचाने के लिए कोई नया तरीका ढूंढ रहे हैं। लेकिन अब यह खेल ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा। केवल सत्यापन कराने वाले ही अपना गृहकर जमा कर सकेंगे।

कुछ संपत्तियां ऐसी हैं जिन पर मालिक का नाम नहीं है। अब निगम उन्हें नोटिस भी नहीं भेज सकता। इसलिए निगम ने चुनाव के बाद इन प्रॉपर्टी आईडी को सही करने का निर्णय लिया है।

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टैक्स छूट से फिर भी नहीं सुधरे लोग, हरियाणा सरकार ने 2023-2 में हाउस टैक्स पर ब्याज पूरी तरह माफ किया था दूसरे शब्दों में कहें तो, यदि आपने समय पर कर का भुगतान नहीं किया तो भी आपको कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। अब इससे बेहतर ऑफर और क्या हो सकता है भाई? लेकिन फिर भी लोगों ने कर चुकाने में कोई रुचि नहीं दिखाई।

पूरा साल छूट का रहा, फिर भी जनता देखने और करने के मूड में रही। यहां तक ​​कि जब लोकसभा और विधानसभा चुनावों के बाद कर वसूली अभियान चलाए गए, तब भी कर्जदारों पर कोई असर नहीं पड़ा। अब, निगम ने अभी या कभी नहीं की रणनीति अपनाने का निर्णय लिया है।

निगम के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि कर अवश्य चुकाया जाना चाहिए, तथा जो लोग कर नहीं चुकाते हैं, उनके प्रति कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर बिजली का बिल नहीं चुकाया तो लाइट काट दी जाती है और अगर बैंक का लोन नहीं चुकाया तो बिजली कुर्क कर दी जाती है।

भाई, सरकार और निगम को भी तो पैसा चाहिए, तभी तो सड़कें बनेंगी, स्ट्रीट लाइटें जलेंगी और शहर साफ होगा। यदि लोग कर नहीं चुकाएंगे तो नगर निगम का खजाना खाली हो जाएगा।