Khelorajasthan

इस खास चीज की खेती ने यूपी के किसान को किया मालामाल!  हो रही लाखों में आमदनी 

गोंडा जिले के राम निहाल मौर्य की कहानी एक प्रेरणा है, जो यह साबित करती है कि कठिनाई के बावजूद मेहनत और सही मार्गदर्शन से किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है। राम निहाल ने सिर्फ पांचवीं तक पढ़ाई की, लेकिन खेती के माध्यम से न केवल अपनी किस्मत बदल दी, बल्कि अपनी मेहनत और समझदारी से एक सफल किसान बन गए।
 

Kheti: गोंडा जिले के राम निहाल मौर्य की कहानी एक प्रेरणा है, जो यह साबित करती है कि कठिनाई के बावजूद मेहनत और सही मार्गदर्शन से किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है। राम निहाल ने सिर्फ पांचवीं तक पढ़ाई की, लेकिन खेती के माध्यम से न केवल अपनी किस्मत बदल दी, बल्कि अपनी मेहनत और समझदारी से एक सफल किसान बन गए।

राम निहाल मौर्य ने पहले पारंपरिक खेती की, लेकिन बहुत अधिक मुनाफा नहीं हुआ। आर्थिक तंगी और कठिनाई के बाद, उन्होंने बलरामपुर जिले के एक किसान से फूलगोभी की खेती के बारे में सुना और फिर इस फसल को अपनाया, जिससे उनकी किस्मत बदल गई।

इस विधि से करोगे टमाटर की खेती तो मुनाफा होगा छप्परफाड़! सरकार दे रही अनुदान भी, जानें

बलरामपुर के किसान से फूलगोभी की खेती के बारे में जानकारी लेकर उन्होंने प्रियंका कंपनी के ‘रिसर्च वैरायटी’ के बीजों से खेती शुरू की। यह वैरायटी ज्यादा उत्पादन देती है, और राम निहाल ने आधुनिक तकनीक और सही बीज का इस्तेमाल करके अपनी पैदावार को दोगुना किया।

राम निहाल ने पारंपरिक खेती से अलग होकर फूलगोभी की खेती में कई बदलाव किए। उन्होंने साल में चार बार गोभी उगानी शुरू की, जबकि आमतौर पर किसान साल में एक या दो बार ही फसल लेते हैं। इस बदलाव से उनकी आय में भारी वृद्धि हुई।

राम निहाल ने लगभग 60,000 रुपये की लागत पर एक एकड़ में गोभी की खेती की। इसके बदले उन्हें 2.5 से 3 लाख रुपये का टर्नओवर मिला, और अच्छा बाजार मिलने पर यह मुनाफा और भी बढ़ गया। खासकर सर्दियों में गोभी की खपत बढ़ने से उन्हें बाजार में अच्छा मूल्य मिला।

कांग्रेस ने विधायक मनमोहन सिंह के लिए मांगी भारत रत्न, जानिए पूरी अपडेट यहां

पहले जहां खेती उनके लिए सिर्फ गुजारे का साधन थी, वहीं अब गोभी की खेती ने उन्हें आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बना दिया है। उन्होंने अपनी कमाई को बढ़ाया और अब वे अपने खेती के दायरे को और बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

अब राम निहाल मौर्य का लक्ष्य है कि वे अपनी खेती का दायरा बढ़ाकर सालाना टर्नओवर को 5 लाख रुपये तक पहुंचाएं। इसके साथ ही, वह दूसरे किसानों को भी उन्नत खेती के लिए प्रेरित कर रहे हैं ताकि वे भी अपनी कृषि उत्पादन को बढ़ाकर बेहतर मुनाफा कमा सकें।

वे प्रियंका कंपनी की ‘रिसर्च वैरायटी’ का इस्तेमाल करते हैं, जो ज्यादा उत्पादन देती है। पारंपरिक खेती की तुलना में साल में चार बार गोभी उगाने से उत्पादन में वृद्धि होती है। सर्दियों में गोभी की खपत बढ़ती है, जिससे उनकी फसल अच्छे दाम पर बिकती है। एक एकड़ में 60,000 रुपये की लागत पर 2.5 से 3 लाख रुपये का मुनाफा मिलता है।