Khelorajasthan

वाहन चालकों को 1 अप्रैल से बड़ा झटका! इन एक्सप्रेसवे पर बढ़ेगा टोल टैक्स, इतने रूपए की होगी बढ़ोतरी

 
 
 

New Toll Tax: उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेसवे यात्रियों को जल्द ही अपनी जेब और भी ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडीए) ने वित्त वर्ष 2025-26 से टोल दरों में बढ़ोतरी की योजना बनाई है। इस बार बदलाव की संभावना 5% या उससे अधिक बताई जा रही है। टोल वृद्धि का मुख्य रूप से आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे, पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर असर पड़ेगा।

सलाहकार नियुक्त किया जाएगा यूपीडा ने टोल शुल्क की समीक्षा और गणना के लिए एक सलाहकार कंपनी नियुक्त करने का निर्णय लिया है। यह कंपनी मौजूदा टोल दरों की असमानता का अध्ययन करेगी और नई टोल दरों का सुझाव देगी।

हरियाणा के इस जिले के किसानो के लिए खुशखबरी! खुलेगी मजदूर कैंटीन, महज 10 रूपये में मिलेगा भरपेट भोजन

वर्तमान में, प्रत्येक एक्सप्रेसवे पर टोल दरें अलग-अलग हैं, जिससे यात्रियों को यात्रा की लागत के बारे में भ्रम रहता है। सरकार का लक्ष्य टोल में संतुलन लाना तथा इसे अधिक तर्कसंगत बनाना है।

पिछले वित्त वर्ष में लोकसभा चुनाव के मद्देनजर मामूली वृद्धि की गई थी। उस समय भारी वाहनों पर अधिक बोझ डाला गया था, जबकि कार, बाइक और ऑटो रिक्शा जैसे हल्के वाहनों को राहत दी गई थी। इस बार भी टोल वृद्धि का ट्रकों और बसों जैसे वाणिज्यिक वाहनों पर बड़ा असर पड़ने की संभावना है।

फरीदाबाद से गाजियाबाद के रास्ते अब होंगे सुहाने! इस नए एक्सप्रेसवे के जरिए अब महज 30 मिनट में पूरा होगा सफर

यूपीडी योजना के तहत गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे पर भी टोल लगाया जाएगा। यह मार्च 2025 में उद्घाटन के लिए तैयार हो जाएगा और अप्रैल 2025 से वाहनों के लिए खुल जाएगा। प्रारंभिक चर्चाओं के अनुसार, शुरुआती दौर में यात्रियों को आकर्षित करने के लिए इस एक्सप्रेसवे पर टोल दरें अन्य एक्सप्रेसवे की तुलना में कम रखी जा सकती हैं।

कौन सा एक्सप्रेसवे सबसे महंगा है?

यदि टोल दरों की तुलना करें तो बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे सबसे महंगा है। टोल शुल्क 9.24 रुपये प्रति किलोमीटर है। इसके बाद गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का स्थान है जहां दर 8.63 रुपये प्रति किमी है। दोनों ही आगरा-लखनऊ और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से अधिक महंगे हैं।

टोल दरें कैसे निर्धारित की जाती हैं?

टोल शुल्क प्रत्येक वर्ष 1 अप्रैल से संशोधित किये जाते हैं। यह थोक मूल्य सूचकांक (WPI - थोक मूल्य सूचकांक) पर आधारित है। यूपीडा अपने सलाहकारों की मदद से वन वे ट्रिप, रिटर्न टिकट और मासिक पास को ध्यान में रखते हुए नई दरें तय करता है।